मनु भाकर एक ओलंपिक में 2 पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी

Paris Olympic 2024

Paris Olympic 2024 भारत की स्टार शूटर मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में इतिहास रच दिया |आपको बात दे की मणि भाकर हरियाणा की रहने बाली है | 22 साल की निशानेबाज मनु भाकर ओलंपिक में दो पदक जीतने वाले देश की पहली महिला निशानेबाज बन गई| मनु ने महिलाओं के व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में कंस पदक जीता था | मंगलवार को मनु ने सर्वजोत सिंह के साथ मिश्रित टीम 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में भारत को एक और कंस पदक दिलाकर इतिहास रच दिया है | मनु इस कांस्य पदक जीतने के साथ ही एक ही ओलंपिक खेलों में दो पदक जीतने वाली स्वतंत्र भारत की पहले एथलीट बन गई है|

मनु से पहले नॉर्मन  प्रिचार्ड ने 1900 मे 2 पदक जीते थे | पुरुषों की 200 मीटर दौड़ और 200 मीटर बाधा दौड़ में रजत पदक जीते थे | तभी हमारे भारत में अंग्रेजों का शासन चल रहा था| और अब आजादी के बाद ओलंपिक के एक ही संस्करण में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय मनु भाकर बनी है | मनु भाकर ने 10 mitre air pistol event मे bronze मेडल जीता है |  प्रिचार्ड के बाद कोई भी भारतीय एथलीट एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने में कामयाब नहीं हुआ था हालांकि कुछ भारतीय एथलीट में जिन्होंने अपने करियर में ओलंपिक खेलों में कुल मिलाकर दो पदक जीते हैं| इसमें सुशील कुमार कुश्ती में और पीवी सिंधु बैडमिंटन में | सुशील ने लंदन 2012 में रजत पदक जीतने से पहले विजिटिंग 2008 खेलों में कंस पदक जीता था | ऐसा करते ही वह स्वतंत्रता के बाद दो अलग-अलग ओलंपिक में एक से अधिक पदक जीतने वाले भारत के पहले व्यक्तिगत एथलीट बन गए | मनु का मामला सुशील और सिंधु से काफी अलग है क्योंकि वह स्वतंत्रता के बाद एक ही ओलंपिक खेलों में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय बन गई है | मनु भाकर और सरबजीत सिंह ने कंस पदक के मैच में ओह ये जिन और ली वोन्हो कि कोरिया जोड़ी का सामना किया | मनु और सरबजीत ने क्वालीफायर में 580 अंक जुटाकर तीसरा स्थान हासिल किया था |

पेरिस ओलंपिक 2024 के बारे में आपको थोड़ा बताते चले की, इस बार जो पेरिस ओलंपिक हो रहा है यह 33 व संस्करण है | जो की 26 जुलाई 2024 से 11 अगस्त 2024 तक चलेगा | पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय मसालवाहक अभिनव बिंद्रा को बनाया गया है | और इस ओलंपिक में भारतीय टीम को स्पॉन्सर कर रहा है अदानी ग्रुप |

इस ओलंपिक में उद्घाटन समारोह में ध्वजवाहक के रूप में शरद कमल जोकी टेबल टेनिस प्लेयर हैं साथ में पीवी सिंधु जोकि बैडमिंटन प्लेयर हैं को ध्वजवाहक के रूप में चुना गया है | आपको बताते चले की 2012 में पेरिस पेरिस ओलंपिक जो कि लंदन में हुआ था उसमें पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में गगन नारंग ने कंस पदक जीता था | इसके साथ ही इसी ओलंपिक में पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में विजय कुमार ने रजत पदक जीता था | और अब इस साल मनु भाकर और सरबजीत सिंह ने इतिहास रच दिया है जिन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम शूटिंग स्पर्धा में कंस पदक जीतकर हमारे भारत का नाम ऊंचा किया है |

मनु भाकर कौन है

तो आइये अब हम लोग जानते हैं मनु भाकर के कुछ निजी जिंदगी के बारे में | मनु का जन्म हरियाणा के झज्जर जिले के गोरिया गांव के एक जाट परिवार में हुआ है. इनके पिता मरीन इंजीनियर और मां स्कूल में प्रिंसिपल है, यह बचपन में निशानेबाजी के साथ मुक्केबाजी एथलीट्स स्केटिंग और जूते करते भी खेलती थी, छोड़ दी और अपनी लाइसेंसी पिस्टल के साथ बेटी को प्रशिक्षण के लिए छोड़ने जाने लगे, किसी नाबालिक के लिए सार्वजनिक परिवहन में यात्रा के दौरान पिस्टल साथ ले जाना अवैध है. मनु को 2012 ओलंपिक के बाद गठित किए गए राष्ट्रीय राइफल एसोसिएशन और भारतीय खेल प्राधिकरण से मदद मिली. इसके कार्यक्रमों में व्यक्तिगत कोच रखने की नई व्यवस्था शुरू की गई जिसमें जाने-माने शूटर को कोच रखा जाता है भाकर को भारत के प्रतिष्ठित शूटर जसपाल राणा ने कोचिंग .

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